Mahan Samaj Pracheta – Ramdev Peer (Hindi)

100.00

  • Page : 114
  • ISBN : 9788194710028

1 in stock

Description

भंवर मेघवंशी ( Mahan Samaj Pracheta Ramdev Peer Hindi book )

पेशे से पत्रकार, आदत से एक्टिविस्ट और वृत्ति से घुमंतू । 25 फ़रवरी 1975 को राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के माण्डल इलाके के सिड़ीयास गाँव में जन्म। कला व साहित्य की पढ़ाई की। छात्र राजनीति व शिक्षण कार्य से भी नाता रहा, फिर पाठशाला छोड़कर पत्रकारिता के पाले में आ गए।

जर्नलिज़्म

दैनिक प्रभावित में समाचार संपादक के रूप में पत्रकारिता का प्रारम्भ हुआ। ‘डायमंड इंडिया’ का निरंतर बारह बरस सम्पादन किया। खबरकोश डॉटकॉम चलाया। फ्रीलान्सर के रूप में भी लिखते रहे।

संगठनात्मक कामकाज ( महान समाज प्रचेता रामदेव पीर हिन्दी किताब )

बचपन आर.एस.एस. में बीता। समझ बढ़ी तो छोड़ दिया। बाद में दलित सेना से जुड़ाव हुआ। ‘विद्यार्थी अधिकार रक्षक संघ’ के ज़रिए छात्र राजनीति की। जवानी के तेरह बरस मज़दूर किसान शक्ति संगठन के फुल टाइमर के रूप में बिताये। दलित आदिवासी एवं घुमंतू अधिकार अभियान राजस्थान (डगर) की स्थापना की। आजकल मानव अधिकार संगठन पीपल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज़ के साथ जुड़ाव है।

मान सम्मान

सरोजिनी नायडू अवार्ड, भौरुका चरिटेबल ट्रस्ट अवार्ड,

सामाजिक न्याय पुरस्कार, बेस्ट सिटीज़न जर्नलिस्ट अवार्ड और अम्बेडकर इंटरनेशनल अवार्ड सहित दर्जनों अवार्ड मिले, जो अभी तक वापस नहीं किये गये हैं।

प्रकाशित किताबें ( महान समाज प्रचेता रामदेव पीर हिन्दी किताब )

मैं एक कारसेवक था; I could not be Hindu; फासीवाद की आहटें, हकीक़त तो यह है; हल्लाबोल; भीलों की पदचाप, घर घर अम्बेडकर; महान समाज प्रचेता रामदेव पीर; वाल्मीकि समाज : सभ्यता व संस्कृति; दलित आदिवासियों को भूमिहीन बनाने की साज़िश; डांगावास दलित संहार, सुलिया मंदिर प्रवेश : संघर्ष और विजय

सम्प्रति

स्वतंत्र लेखन और शून्यकाल डॉटकॉम का संपादन

Additional information

Weight 0.200 kg
Dimensions 12 × 1 × 7 cm

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Mahan Samaj Pracheta – Ramdev Peer (Hindi)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may also like…